शायरी सोचा ना था कभी जिंदगी यह दिन भी दिखाएंगी, चाहा था जिसे टूट कर उसी से दूर ले जाएगी, कुछ रश्मों की खातिर मां बेटी को दूर कर जाएगी, और फिर मां बेटी को जिंदगी में एक दूसरे से मिलने के लिए तरसाएगी। Meenakshi Sharma मां बेटी को तरसाएगी