Nojoto: Largest Storytelling Platform

चल उड़ चल रे मन- चल उड़ चल रे मन लिए हात मे अकेला

चल उड़ चल रे मन- चल उड़ चल रे मन लिए हात मे अकेला छोटे से सपने का तिनका.... २
रात जाग उठेगी तेरे सपनो की प्राची मे.. २
तेरे सपने मिट्टी ही सही लेकिन सृजन कर बांध ले मिट्टी को... 
तेरा तन मिट्टी ही सही लेकिन मन ये तेरा किसीके पैरों की धूल नहीं... २
चल उड़ चल रे मन- चल उड़ चल रे मन लिए हात मे अकेला छोटे से सपने का तिनका.... २
अब ना कर भरोसा इनका- अब ना कर भरोसा इनका..... २
तू  है अनंत मन की पावन धुली अब शक्ती रहेगी तेरे मन के पँखो मे
दृढ ध्वज् -दण्ड  बना अब यह तिनका
तेरे सुने पथ एक सहारा... 
चल उड़ चल रे मन- चल उड़ चल रे मन लिए हात मे अकेला छोटे से सपने का तिनका.... २

©Bhanu Pratap Singh Rathore
  #Love #udchal #Man #motivatation #poem