मेरे बापू वो इंसा थे ले कर लाठी हाथ में भरकर मन में जोश और उमंग कर हिंसा को दूर ,अहिंसा को अपनाकर चल दिए कराने देश को आज़ाद और दिला दी आजादी हमें औरंगजेबो से,,, सत्य, अहिंसा और प्रेम के बल पर जिसने दिलायी जीत हमें वो इंसा थे मेरे बापू बापू। वो इंसा थे मेरे बापू