आता नही था हमें इकरार करना, ना जाने कैसे सीख गये प्यार करना, रुकते ना थे दो पल कभी किसी के लिए, ना जाने कैसे सीख गये इंतेज़ार करना | #इकरार#प्यार #इंतजार #