भाद्र मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि को आप आते, मूषक वाहन आपकी, आप मोदक का भोग लगाते। हे गणपति आप जगत को, सदा शुभ संदेश सुनाते, माता-पिता की परिक्रमा को ही, तीनों लोक बतलाते। हे गजानन आप धन, वैभव, विद्या के सागर कहलाते, हर शुभ कार्य में सर्वप्रथम, बस आप ही पूजे जाते। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫 आप सभी रचनाकारों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं..😊🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-61 में स्वागत करता है..🙏🙏