हम चकनाचूर हो कर भी चुभेंगे उनकी आंखों में हमें ऐसा ही हर बात लगता है उनकी बातों से जिनके लिए कुर्बानियां नहीं रखती कोई मायने उनके लिए खुद को इस कदर भी नहीं भुला सकते की वे जैसे चाहें जब चाहे कठपुतली बनाकर नचा ले बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla Dr. uvsays KK क्षत्राणी