राधे राधे करो स्वीकार श्रृंगार, प्रभु। सांसों के स्वर अलंकार, प्रभु। पापी हूं, प्रायश्चित कर लेने दो। करो स्वीकार, प्रभु; सेवा कर लेने दो। लाया हूं रूखा-सूखा जो भी, स्वीकार करो, प्रभु, दिया जो भी। कृपा करो, प्रभु, उद्धार करो। आया हूं शरण, स्वीकार करो। ©Narendra kumar #Krishna