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एकबार एक प्रसिद्ध पत्रकार कर रहे थे किसी क्षेत्र स

एकबार एक प्रसिद्ध पत्रकार
कर रहे थे किसी क्षेत्र से साक्षात्कार 
उन्हें लगा उनकी बहुत दिनों से नहीं छपी 
कोई धमाकेदार  खबर
जिसका हो पूरे प्रशासन पर असर 
सो इसी उधेड़बुन में चले जा रहे थे 
कई प्रश्न उनके दिमाग में चक्कर लगा रहे थे 
अचानक कुछ देखा! लगा मिल गया है कोई मसाला 
फिर सोचा ,प्रशासन की कृषि नीति में है कोई घोटाला !
इतने बड़े खेत में, इतनी कम पैदावर !
फिर तो इस सरकार का रहना है बेकार!
पत्रकार महोदय ने लिखनी शुरू कर दी सरकार की
आलोचना,
लिखा- पैदावार की दुश्मन हो गयी है सरकार की
गलत कृषि योजना ।
लिखा-पैदावार होती!अगर होते उन्नत बीज,नहरें,खाद
और प्रशिक्षण,
तो आज न आते लोगों के सामने ये भुखमरी के क्षण,
फिर जाकर छपवा दी किसी अखबार में वो खबर,
फिर इंतजार करने लगे कि खबर का क्या होता है असर
प्रशासन ने पढ़ी आलोचना तो उनका दिल घबराया ,
उन्होंने इसे सत्ता पर विपक्ष का हमला बताया !
मुख्यमंत्री ने अपने सहयोगी मंत्रियों को बुलाया ,
और अपनी इस नई समस्या से साक्षात्कार करवाया ,
फिर आवश्यक निर्देशों के साथ एक फंड पास करवाया ,
तथा प्रशासकीय गलियारों के रास्ते फंड उक्त क्षेत्र 
को भिजवाया ।
साथ ही अखबार में घोषणा कर डाली कि हमने व्यवस्था सुधार हेतु रकम उक्त क्षेत्र को भिजवा डाली 
मगर फंड गांवों तक पहुंचते-पहुंचते हो गया जीरो !
और प्रशासन हो गया हीरो !
प्रशासन की उक्त घोषणा सबने पढ़ी !
मगर पैदावार नहीं बढ़ी ।
शेष अगले पृष्ठ में ...................

यशपाल सिंह "बादल

©Yashpal singh badal प्रशासन        (व्यंग)
#WorldAsteroidDay
एकबार एक प्रसिद्ध पत्रकार
कर रहे थे किसी क्षेत्र से साक्षात्कार 
उन्हें लगा उनकी बहुत दिनों से नहीं छपी 
कोई धमाकेदार  खबर
जिसका हो पूरे प्रशासन पर असर 
सो इसी उधेड़बुन में चले जा रहे थे 
कई प्रश्न उनके दिमाग में चक्कर लगा रहे थे 
अचानक कुछ देखा! लगा मिल गया है कोई मसाला 
फिर सोचा ,प्रशासन की कृषि नीति में है कोई घोटाला !
इतने बड़े खेत में, इतनी कम पैदावर !
फिर तो इस सरकार का रहना है बेकार!
पत्रकार महोदय ने लिखनी शुरू कर दी सरकार की
आलोचना,
लिखा- पैदावार की दुश्मन हो गयी है सरकार की
गलत कृषि योजना ।
लिखा-पैदावार होती!अगर होते उन्नत बीज,नहरें,खाद
और प्रशिक्षण,
तो आज न आते लोगों के सामने ये भुखमरी के क्षण,
फिर जाकर छपवा दी किसी अखबार में वो खबर,
फिर इंतजार करने लगे कि खबर का क्या होता है असर
प्रशासन ने पढ़ी आलोचना तो उनका दिल घबराया ,
उन्होंने इसे सत्ता पर विपक्ष का हमला बताया !
मुख्यमंत्री ने अपने सहयोगी मंत्रियों को बुलाया ,
और अपनी इस नई समस्या से साक्षात्कार करवाया ,
फिर आवश्यक निर्देशों के साथ एक फंड पास करवाया ,
तथा प्रशासकीय गलियारों के रास्ते फंड उक्त क्षेत्र 
को भिजवाया ।
साथ ही अखबार में घोषणा कर डाली कि हमने व्यवस्था सुधार हेतु रकम उक्त क्षेत्र को भिजवा डाली 
मगर फंड गांवों तक पहुंचते-पहुंचते हो गया जीरो !
और प्रशासन हो गया हीरो !
प्रशासन की उक्त घोषणा सबने पढ़ी !
मगर पैदावार नहीं बढ़ी ।
शेष अगले पृष्ठ में ...................

यशपाल सिंह "बादल

©Yashpal singh badal प्रशासन        (व्यंग)
#WorldAsteroidDay