White पत्थर मोम हुए हैं लोहा पिघल रहा है, सूरज के उजाले अंधेरा निगल रहा है। खून पसीना बहाना ठीक था; लेकिन! ऐसी मशक्कत कि दम निकल रहा है। ©एस पी "हुड्डन" #मशक्कत