मेरे अपनों मेरे सपनों के काबिल हैं तू मेरी डूबती नईया का साहिल हैं तू खुदा की इबादत मेरी बंदगी हैं तू सूरज की पहली किरण रात का शीतल चाँद हैं तू मदमाती-मधुर मिलन की बेला भी हैं तू कैसे कहे, किस-किस से कहे,कि मेरा कौन तू जो भी हो मेरी इस छोटी-सी दुनिया में शामिल हैं तू। #life #love #shayari #hindinojoto #SadRomamticlines