एक लड़की थी दीवानी सी, एक लड़के पर वो मारती थी,रोज स्कूल की खिड़कियों से छुप छुपके उसको देखा करती थी,धीमी धीमी कदमों से वो, आगे कदम बढ़ाया करती थी,जैसे वो क्लास मे आए, नजरे फेर लिया करती थी,उसे पता सब होता था, वो खामोशी से इशारों मे हाले दिल पूछा करता था,कुछ सवाल में प्यार छुपा था, बोल ना पाई वो लड़की,मुस्कुरा के इजहारे दिल लिए, सजदे मे सर झुका दी वो लड़की, बढ़ते कदमों से लास्ट बेंच पर जा बैठी वो लङकी,एक टक से घूरती रहती थी, वो शागिर्द सी आँखे, वो साहिल सी बातें, वो सूरज की रौशनी सा तेज चेहरा, वो होंठो पर मुस्कान का पहरा ,कशिश बस उसके प्यार का था, जो कभी बोल ना पाई वो लङकी, बीत गए प्यार के दिन, आई लंबी जुदाई के दिन,उस पल मे भी बड़ी गहराई थी, जब उस लड़के वो गले लगाई थी,वो दिन थे आखिरी, जब उसके जनाजे के सामने खुद को मिटाई थी, आज भी सहम के सिमट जाती है, जब जिक्र मे उसकी यादे आ जाती हैं, एक लड़की थी दीवानी सी... एक लड़के पर वो मारती थी.... !! 🥀🥀 ©chandni एक लड़की थी दीवानी सी... एक लड़के पर वो मारती थी ❣️❣️🌹🌹