White घडी में हर पल बारह बज रहें हैं, प्रलय कब होगी वो वक्त ,कोई तो बता दो। ज़िंदगी सब जी रहे हैं यहां , जिंदा कौन हैं यहां ,कोई तो बता दो। मिजाज ए खुश सभी के हैं यहां, खुश कौन है ,कोई तो बता दो। जो नहीं मानता जात पात को यहां, क्या उसकी जात नही ,कोई तो बता दो। पत्थरो की हिमायत में ग़ज़ल लिखता हूं, रोज शीशा काम नहीं आता ,कोई तो बता दो। ©Rohit Kahar #Sad_Status #indain #saath #saadgi Extraterrestrial life Hinduism Entrance examination