इसी उधेड़बुन मे खर्च हो जाती है ज़िन्दगी कितने कमाए है , कितने सम्भाल रखे है शादी जो होगी बेटे की यह सुधर जाएगा माँ बाप ने भी कैसे कैसे वहम पाल रखे है वो निकली है आज फिर क़त्ल के इरादे से खुले है बाल उसके और होंठ भी लाल रखें है दीवारों के कान होते है ये सब को खबर है जाने हवायों ने भी कितने राज़ संभाल रखे है कैसी उधेड़बुन है मन की अजीब धुन है। #उधेड़बुन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi