Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्या करूँ अब इन ख्वाबो के अफसानों का!! बड़ी मुश्कि

 क्या करूँ अब इन ख्वाबो के अफसानों का!!
बड़ी मुश्किल से कत्ले आम करता हूँ इन अरमानो का!!!!
दर्द -ऐ-दिल के म्यान में अब जरूरत नही किसी तलवार का!!
अब तो बस इस बेदर्दी ज़िन्दगी को इंतेज़ार है उनके सवारने का!!!
 #इंतेज़ार
 क्या करूँ अब इन ख्वाबो के अफसानों का!!
बड़ी मुश्किल से कत्ले आम करता हूँ इन अरमानो का!!!!
दर्द -ऐ-दिल के म्यान में अब जरूरत नही किसी तलवार का!!
अब तो बस इस बेदर्दी ज़िन्दगी को इंतेज़ार है उनके सवारने का!!!
 #इंतेज़ार