Nojoto: Largest Storytelling Platform

वादा कर लो --------------,, आखिर कैसे ,इतनी खुशी

वादा कर लो 
--------------,,
आखिर कैसे ,इतनी  खुशी छुपा लेते हो, 
धीरे-धीरे इसमे हम को शामिल कर लो ।
मेरा मन बैरागी बनकर भटक रहा क्यों, 
तुम मेरी सुध ले लेने की हामी भर लो ।
कितने आए चले गए, मैं वहीं डटा हूँ,
तुम भी खुद चलकर आओगे वादा कर लो ।
ऐसे खङा-खङा, मैं तो थक भी सकता हूँ 
 मुझे सहारा देना है , इरादा कर लो ।।
ना ना ना ना ,ऐसे नहीं मुख मोङ सकोगे,
बहुत पीर छुपी है मन मे ,कुछ तो हर लो ।।
पुष्पेन्द्र "पंकज"

©Pushpendra Pankaj
  #humantouch 
वादा कर लो

#humantouch वादा कर लो #कविता

531 Views