रेशम सी हवाएँ कुछ तो कह रही हैं अनछुए एहसास की मुझमें भी तिश्नगी है, रेशम सी बारिश की बूँदें अंगड़ाई ले रही हैं फिसलकर मेरे जिस्म से रूह को भिगो रही है, रेशम सी सूरज की किरणें धीमे से आ रही हैं ले खोल बांहें अपनी मेरा आलिंगन कर रही हैं, रेशम सी चांदनी की चमक रौशनी सी कर रही है आगोश़ में मेरे सिमटकर मुझसे इश्क फरमा रही है। #रेशम #YQdidi #YQbaba #SattyMuses