परीक्षा मानव जीवन में कदम कदम पर होती सदा परीक्षा बिना परीक्षा पूर्ण न होती है कोई भी शिक्षा कोई परीक्षा लिखित है होती कोई होती मौखिक सबका असर व्यक्ति पर होता दैहिक दैविक भौतिक कोई प्रश्न सरल होता तो कोई होता संकीर्ण अनुत्तीर्ण होता है कोई कोई होता उत्तीर्ण कोई परीक्षा से डरता है कोई करे ना चिंता कोई देता रोज परीक्षा संख्या कभी न गिनता बेखुद कठिन परीक्षा होती है मंजिल की सीढ़ी और कठिन होती जाती है यह पीढ़ी दर पीढी़ ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #परीक्षा