जिंदगी ना जाने क्यों नाराज़ सी हो गई है खुशी और सुकून तो जैसे, रुखसत ही हो गए है अब तो शायद गम और तन्हाइयों के पास ही हमारे लिए फुरसत बची है नाराज़ जिन्दगी #नाराज #ज़िंदगी #रुखसत #फुरसत