छू लो मुझे लबों से किसी जाम की तरह, लिपटा रहूँ बदन से मैं गुलाम की तरह। रातों में अग़र आस के जुगनू सा जो मिलो, मिल जाऊं मैं तुम्हें तुम्हारी शाम की तरह। हांथो में तेरे नाम की लक़ीर खींच दी, माना तुम्हें ख़ुदा के फ़िर पयाम की तरह। गीतों में, ग़ज़ल में तुम्हें हबीब सा लिखा, पढ़ता रहा तुम्हें ही मैं क़लाम की तरह। सोंचा था ज़माना तो ज़माने की तरह है, तुम भी तो दिल दुखा गयी तमाम की तरह। जबतक 'डिअर' जहाँ में जहां भी रहे तेरा, लग जा मेरे गले से तू लगाम की तरह। #cinemagraph #dearsdare #gazal #ghazal #yqdidi #yqbaba #love #life