#Pehlealfaaz में समंदर छोड़ कुएं में जा बैठा,मासूमियत छोड़ मतलब से दिल लगा बैठा. तैरता था कभी अपने बाजुओं के दम पे,तैरना छोड़ पतवार से दिल लगा बैठा। #Pehlealfaaz mention jarur read kare⚔️ में भूल के सब कुछ अब क़लम से दिल लगा बैठा. ना परवाह कौन क्या है अब खुद की दुनिया बना बैठा. लिखने की चाहत है लिखता रहूंगा,अमन फूलों के बाग छोड़ अब कांटो से यारी निभा बैठा.