रात काली और बादल गेहरे थे, देखने चाँद को आंखों के पेहरे थे।। एक हाथ ऊपर कर वो, किसीको याद कर रही थी।। करवाचौथ कि रात में वो, तारो से बात कर रही थी।। #paining #yqdidi #yqbaba Painting by my sister