ना भांप सका, कोई स्त्री की पीड़ा, जो दिखा सकी, बस उतना ही जाना, कह ना सकी, जो छिपा गयी मन के भीतर, प्याज़ के आँशुवन सा बरसाती गयी, छलकाती गयी,वो मुस्काती गयी | ©Sonam kuril ना भांप सका, कोई स्त्री की पीड़ा, जो दिखा सकी, बस उतना ही जाना, कह ना सकी, जो छिपा गयी मन के भीतर, प्याज़ के आँशुवन सा बरसाती गयी, छलकाती गयी,वो मुस्काती गयी | #stree #Women #girl #tearsineyes #Pain💔 #Smile #innerpain