मैं अभी गुमनाम मोहब्बत हूँ, चर्चा ए सरेआम हो जाऊँगा। जिस वक्त पुकारोगे दिल से, तेरी सोहबत में मैं खो जाऊँगा। चाहे जितना भी कोशिश कर तू, तिज़ारते मोहब्बत नहीं होने दूँगा, तौहीन कोई कितना भी कर ले, बदनाम तुझे नहीं मैं होने दूँगा। मोहब्बत ख़ुदा का पैगाम होता है, इसलिए तो यह सरेआम होता है। "प्रिय लेखकों" कृपया "Caption" को ध्यानपूर्वक पढ़े। आज के शब्द है👉 🌸"अभी गुमनाम मोहब्बत हूँ"🌸 🌻"Abhi Gumnam Mohabbat Hun"🌻