जब आपकी जान आपसे आपकी ज़िन्दगी मांग ले, खुद की जान की सलामती के लिए, तो समझ लेना आपकी जान कि ज़िन्दगी की जान, किसी और के जान में बसी है।। (अपवादों के विवरण से परे) Read caption... जिसे जान से ज़ादा चाहने की कसम खाई हो, क्या पता कब वही जान तुम्हारी ही जान मांग ले, तो अपनी जान को चाहत में वफा के सबूत में, अपनी कीमती जान ना दे देना, जिस जान की सलामती की दुआ तुम्हारे अपनों ने मांगी है।।