जब तक है ये ज़िन्दगी, जीना होगा, संग ज़िन्दगी के चलते जाना होगा, खुशियां औे गम सब से मिलना होगा, हर हाल में संयम अपना रखना होगा। किसी राह में कोई नया राही मिलेगा, कहीं किसी राही का साथ छूट जाएगा; कभी खुशियों से मन मगन हो नाच उठेगा, तो कभी किसी दर्द से दिल दहल जाएगा। कोई फर्श से अर्श तक पहुंच जाएगा, तो कोई ऊपर से लुढ़क नीचे आएगा; कोई जूझेगा, कोई डरेगा, कोई सोता रहेगा, पर जो जितना बोएगा, उतना ही पाएगा। जब तक है ज़िन्दगी, ऐसा ही होगा, मौत आते ही सब मौन हो जाएगा! ©अनुपम मिश्र #peace #लाइफ#लाइफ #ज़िन्दगी