"बेटी के सपने" ★★★★★★★ नित नित नए ज्ञान को पाऊं ऐसे स्थान भिजवा दो माँ नये नये अक्षर ज्ञान प्राप्त करू ऐसे स्कूल भिजवा दो माँ गुरुजनों का जहाँ मिले चरण कमल आसरा ऐसा बौद्धिक ज्ञान करा दो माँ नकारात्मक सोच छोड़ घर के काम-काज से छुटकारा दिला दो माँ पुराने रीती-रिवाज छोड़ नए आधुनिक युग से अवगत करा दो माँ जहाँ मानवता की मझधार बहे ऐसी नैया पार लगा दो माँ भैया के साथ मैं भी स्कूल जाऊं पापा से काहलवा दो माँ अपने पैरों पे खड़ी हो सकूँ, ऐसी बागडौर मेरे हाथों थमा दो माँ न भेदभाव हो बेटे बेटी में, ऐसा भाव देश समाज मे जगा दो माँ न दहेज की बलि चढ़े बेटियां ऐसा संस्कार ज्ञान कर दो माँ ना दुष्कर्म की शिकार हो बेटियाँ मानवता का ऐसा पाठ पढ़ा दो माँ न भूर्ण हत्या हो न स्त्री जाति शमर्सार हो ऐसा अहसास दिला दो माँ सीमा पर पहरी बन देश की रक्षा करूँ ऐसा रुतवा सीखा दो माँ समाज मे फैली बुराई को दूर कर सकूँ ऐसा सरोकार करवा दो माँ परिवार में कर्तव्य पालन कर सकूँ, ऐसा वात्सल्य बहा दो माँ अपनी सुरक्षा खुद कर सकूँ ऐसी वीरांगना बना दो माँ #worldpostday बेटिया दिवस की शुभकामनाएं