मान सम्मान तो, इंसानियत का गहना है, जितना मान दोगे दूसरे को, उतना ही सम्मान पाओगे उससे। चेहरे ढकने से मुरत छिपती है, इज्ज़त नहीं, इज्ज़त तो दिल से करो, तो इज्ज़त मुकम्मल होती है। मान सम्मान की बात करता समाज, क्यों रखता है भेदभाव औरतों में, लड़की को घर की कैद, लड़के को मिलती आजादी है, लड़के को सब कुछ छूट और, लड़की को मर्यादा के नाम पर बंधन, इतना भेदभाव क्यू, जब दोनों ही जन्मे एक ही माँ की कोख से। इतने बंधन के बावज़ूद भी, औरते आज भी हर एक क्षेत्र में आगे हैं, सोचो अगर इसे हसी खुशी से आगे बढ़ने देते, तो आज की नारी कहाँ पहुंच गई होती। औरतों की सहनशीलता से ही रिश्ता टिकता है, तो फिर क्यू इम्तिहान लेता है उसकी सब्र का, औरतों को मान सम्मान की नजर से देख समाज, आखिर उसमें भी तो धड़कती है धड़कन ही। -Nitesh Prajapati — % & ♥️ Challenge-830 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।