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#गुमनाम_खत🥀 आज काफी दिनों बाद मन हुआ कुछ लिखूं,

#गुमनाम_खत🥀
 आज काफी दिनों बाद मन हुआ कुछ लिखूं, पर
कुछ क्या?
क्या लिखूं,क्यों लिखूं और किसके लिए लिखूं?
बस अब लिखना छोड़ सा दिया है मैने... लोगों के डर से या ख़ुद के कल से लेकिन अब कुछ याद नहीं करना चाहती पर यादे कहा रुकती है किसी के रोकने से!
तो आज एक खत... गुमनाम खत, गुमनाम लोगों के लिए जो कभी बहुत कुछ हुआ करते थे पर वक्त के साथ अब हम उनके कुछ भी नहीं! हां ये खत तुम्हारे लिए
मै जानती हूं तुम इसे कभी नहीं पढ़ोगे तुम जो अपनी अलग दुनिया बसा चुके हो कभी मुझे याद नहीं करोगे मुझे देखने की, मुझसे मिलने की,बात करने की तलब कभी महसूस ना होगी तुम्हें पर मै तुम्हें फिर भी ये बताना चाहती हूं कि मै आज भी तुम्हें उतना ही चाहती हूं!
तुम्हारी बहुत याद आती है तुम्हें देखने बिना तो मै आज भी कहा रहे पाती हूं पर तुम्हारी आवाज़ सुनने के लिए तरसती हूं क्यूकी तुम्हारी तस्वीरे बोला नहीं करती !
ख़ैर वो सब छोड़ो पर आज लगता है तुम सही थे मै झूठी हूं देखो ना आज भी जिंदा हूं तुम्हारे बिना! किसी के लिए अपनी जान देना ये सब आता ही नहीं मुझे पर जिंदा हूं सिर्फ,जीना जैसे भूल चुकी हूं! वैसे तुम्हे पता है मै अब बहुत खुश रहती हूं तुम्हारे बिना, क्युकी तुम जो इतने खुश हो मेरे ना होने पर ये देखकर अच्छा लगता है कि तुम्हें वो सब नहीं सहना पड़ा तुम्हें उन्हें दर्दो से नहीं गुजरना पड़ा जिनको मै आजतक झेल रही हूं!
आख़िर मेरी ही दुआ कबूल की है भगवान ने की तुम जहां रहो जिसके साथ रहो बस खुश रहो तो उससे भी क्या ही शिकायत करू !
ख़ैर तुम ना कभी ये खत पढ़ोगे, और ना ही कभी मुझे याद करोगे ये खत तो तुम तक पोचेगा ही नहीं, वैसे अच्छा हैं वरना तुम इसे भी कूड़े में फेंक देते मेरे पहले खत की तरह इसलिए अच्छा है ये खत गुमनाम ही रहे और तुम्हें कभी ना मिले कभी नहीं क्युकी अब मै नहीं चाहतीं कि तुम्हें ऐसा लगे कि तुम्हारे बिना नहीं रहे सकती मै, मै तुम्हे अब पाना नहीं चाहती मै तुम्हें आज भी बहुत चाहती हूं पर तुम वापिस आओ मेरी जिंदगी में अब मै ये नहीं चाहती!
🥀💔

©Alfaazdeepali deep #gumnamkhat #letter #खत #message #love #broken। #feelthewords #Alfaaz #merealfaaz #Alfaazdeepali
#गुमनाम_खत🥀
 आज काफी दिनों बाद मन हुआ कुछ लिखूं, पर
कुछ क्या?
क्या लिखूं,क्यों लिखूं और किसके लिए लिखूं?
बस अब लिखना छोड़ सा दिया है मैने... लोगों के डर से या ख़ुद के कल से लेकिन अब कुछ याद नहीं करना चाहती पर यादे कहा रुकती है किसी के रोकने से!
तो आज एक खत... गुमनाम खत, गुमनाम लोगों के लिए जो कभी बहुत कुछ हुआ करते थे पर वक्त के साथ अब हम उनके कुछ भी नहीं! हां ये खत तुम्हारे लिए
मै जानती हूं तुम इसे कभी नहीं पढ़ोगे तुम जो अपनी अलग दुनिया बसा चुके हो कभी मुझे याद नहीं करोगे मुझे देखने की, मुझसे मिलने की,बात करने की तलब कभी महसूस ना होगी तुम्हें पर मै तुम्हें फिर भी ये बताना चाहती हूं कि मै आज भी तुम्हें उतना ही चाहती हूं!
तुम्हारी बहुत याद आती है तुम्हें देखने बिना तो मै आज भी कहा रहे पाती हूं पर तुम्हारी आवाज़ सुनने के लिए तरसती हूं क्यूकी तुम्हारी तस्वीरे बोला नहीं करती !
ख़ैर वो सब छोड़ो पर आज लगता है तुम सही थे मै झूठी हूं देखो ना आज भी जिंदा हूं तुम्हारे बिना! किसी के लिए अपनी जान देना ये सब आता ही नहीं मुझे पर जिंदा हूं सिर्फ,जीना जैसे भूल चुकी हूं! वैसे तुम्हे पता है मै अब बहुत खुश रहती हूं तुम्हारे बिना, क्युकी तुम जो इतने खुश हो मेरे ना होने पर ये देखकर अच्छा लगता है कि तुम्हें वो सब नहीं सहना पड़ा तुम्हें उन्हें दर्दो से नहीं गुजरना पड़ा जिनको मै आजतक झेल रही हूं!
आख़िर मेरी ही दुआ कबूल की है भगवान ने की तुम जहां रहो जिसके साथ रहो बस खुश रहो तो उससे भी क्या ही शिकायत करू !
ख़ैर तुम ना कभी ये खत पढ़ोगे, और ना ही कभी मुझे याद करोगे ये खत तो तुम तक पोचेगा ही नहीं, वैसे अच्छा हैं वरना तुम इसे भी कूड़े में फेंक देते मेरे पहले खत की तरह इसलिए अच्छा है ये खत गुमनाम ही रहे और तुम्हें कभी ना मिले कभी नहीं क्युकी अब मै नहीं चाहतीं कि तुम्हें ऐसा लगे कि तुम्हारे बिना नहीं रहे सकती मै, मै तुम्हे अब पाना नहीं चाहती मै तुम्हें आज भी बहुत चाहती हूं पर तुम वापिस आओ मेरी जिंदगी में अब मै ये नहीं चाहती!
🥀💔

©Alfaazdeepali deep #gumnamkhat #letter #खत #message #love #broken। #feelthewords #Alfaaz #merealfaaz #Alfaazdeepali