काबू में रखने को बंदिशें लगाई हैं सारी पहरेदारी सिर्फ औरतों पर लगाई है दहेज सती तीन तलाक सब औरतों को सहना है औरतों को बस पाबन्दी में रहना है आजादी छीन कर बेड़ियां पहनाई हैं फिर भी कुछ भेड़ियों को लाज नहीं आयी है औरत बन कर सदियों से सज़ा पाई है ग़म सहने के लिए क्यों दुनिया में आयी है #nojotohindi#औरत#समाज#बंदिश