भावुक होता है बहुत होता है रचनाकार कवि हो, लेखक हो या हो कोई कथाकार होता है जब उसकी रचना पर दुर्व्यवहार तो अत्यंत दुःख से भर जाता है कलाकार सृजन करता है वो इस आस से कोई तो अपना उसके पास है जो उसका अपना बहुत खास है वही तो उसका अपना ताज है जब ताज पर संकट छाता है तब उसको कुछ नहीं भाता है दुःख - दर्द से वो भर जाता है बस तड़प कर ही रह पाता है आस है उसकी कोई सराहे उसको पर वो बताए तो बताए किसको साहस कर फिर बताता जिसको उत्तम शब्द प्रसन्न कर जाता उसको भावुक होता है बहुत होता है रचनाकार कवि हो, लेखक हो या हो कोई कथाकार एक वाह से प्रसन्न हो जाता है कलाकार इसी मान का तो भूखा होता है रचनाकार ............................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #भावुक #nojotohindi # Sonika Pal