इश्क़ और चर्चा जहाँ इश्क पनपने लगता है वहाँ चर्चा अपने आप होने लगती है। मरने लगता है जहाँ इश्क का एहसास वहाँ उदासी अपने आप छाने लगती है। My Words #poetry #poem #poems