हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ... की सारे शहर में फिर उस हवा का पहरा था! जहां जहां से भी गुजरी वो हवा छू के उनकी जुल्फों को, उसकी ख़ुशबू से हर इक शख़्स वहीं पे ठहरा था!! #हवा #ख़ुशबू #पहरा #ठहरा