।।अलविदा जयपुर।। कुछ खट्टी मीठी यादो को समेटे तुझे छोड़ने चले है। इस शहर में बिताए पलों को,यादो में बसाए चले है। कभी दोस्तों के संग,उस चाय की प्याली को सहेजे चले है। सीतापुरा से प्रताप नगर तक, की गलियों को छोंडने चले है। फिर अपनो की छांव में समय बिताने चले है। यारों के संग समय गुजारने चले है। बिरला मंदिर से हनुमान मंदिर,की धूप को दिल में समेटे चले है। करने कोशिश अपने किसी रूठे को, मनाने जोधपुर फिर चले है बस एक दिन ओर तेरे यहां बिता,फिर अपने शहर चले है शायद तू मुझे वहां मिलेगी,मेरे दर्द को तू समझेगी तुझे फिर से मनाने चले है बस अब अपनी सूर्यनगरी की और चले है।। ए मेरे गुलाबी शहर,फिर दस्तक दूंगा तेरे कदमो में तब तक तुमको बसाए मेरी यादों में,अब दूर हो चले हैं। ©Rawal Singh Rajpurohit जयपुर छोड़ने की यादे और किसी रूठे को मानाने की जिद में जोधपुर चले है #जोधपुर #जयपुर #जागीरदार #शायरी #दर्द #जज्बात #बात #दिल #की #alone