भूल जाना छोड़िये जनाब, हम तो चाहेंगे कि हम कल उठें और १० वर्ष पहले का समय हो। न lynchings न धर्मान्धता, न समाज में विषमता न घोर घृणा, न कमर तोड़ महंगाई न रिश्तों में कटुता। और हम भूल जाना चाहेंगे अपनी विफलता लोगों को सही राह न दिखा पाने की। #yoliwrimo में आज उन बातों का ज़िक्र करें जिन्हें 2022 में भूल जाना चाहेंगे आप। #भूलजानाचाहूँ #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi