तुझे छुए बगैर तुझे चाहा है मैंने, तेरे एहसास को भी अपना बनाया है मैंने, तुझे इश्क़ किया तो भी सरेआम किया, तुझे अपनी जान माना है मैंने, धड़कनें तो आज भी सिर्फ तेरे लिए धड़कती हैं, मैं क्या मोहब्बत छुपाऊँगा किसी से, सुन के देख इस दिल को मेरे, इसको भी अब साँसो से ज्यादा तेरी जरूरत होने लगी है, कुछ खास तो नही अब मेरे पास, मगर तू है तो मेरा इश्क़ आज भी जिंदा है, कुछ दुआ तो नही मेरे पास, मगर तेरे जुदा होने पर बिखरना, और तुझसे मुलाकात पर मेरा जीना मेरा इश्क़ है, कुछ जवाब तो नही मेरे पास, मगर तेरे दिए जख्मों को सहना, और तेरे दिए दर्द में हर रोज मरकर जीना मेरा इश्क़ है, कुछ सच्चाई तो नही मेरे पास, मगर जवाब ए इश्क़ और दास्तान ए मोहब्बत में, हम आज भी सिर्फ तुझसे मोहब्बत करते हैं, ये मेरा इश्क़ है, कोई संसार तो नही मेरे पास, मगर मेरा सारा का सारा वक्त आज भी तेरे लिए गुजरता है, ये मेरा इश्क़ है, कोई जरूरी तो नहीं इस दुनिया में मैं, मगर तेरे ख्यालों में मेरे सुबह–शाम होना, तेरी यादों में हर वक्त मेरा रहना, मेरी आँखों में तेरा आँसू बन के बहना, मेरे दिल में आज भी तेरा संवरना, जिस्म से जान निकल जाने पर भी, तुझे अपनी रूह में बसाना, ये मेरा इश्क़ है, कोई खुदा तो नही मेरे पास, मगर तुझे लगी छोटी सी चोट पर भी मेरा तड़पना, हर रोज खुद से पहले तेरा ख्याल करना, तेरी फिक्र, खुशी और हिफाज़त के लिए, हर रोज इबादत करना, ये मेरा इश्क़ है, बस इतना ही मुझे तुझसे प्यार है, और इतना ही मेरा इश्क़ । ~ SHIVAM ©SHIVAM SEN "EK PYAR EK DARD" #Luminance