Nojoto: Largest Storytelling Platform

नयन तुम्हारी आशा में उलझाए तुम पुकारो तो सही प्रिय

नयन तुम्हारी आशा में उलझाए
तुम पुकारो तो सही प्रिये
कितनी भी कठिन डगर हो प्रिय
हम उस पार लाँग जाएगें प्रिय

आशा ओढ़े मन नयन अश्रु में भिगोए
तुम्हारी एक झलक को तड़पते प्रिय
भरे सावन में मन पतझर सा प्रिय
क्यूँ ना तुम लौट आओ मेरे सावन प्रिय,

©Kavitri mantasha sultanpuri #मेरे_सावन_प्रिय
#KavitriMantashaSultanpuri
नयन तुम्हारी आशा में उलझाए
तुम पुकारो तो सही प्रिये
कितनी भी कठिन डगर हो प्रिय
हम उस पार लाँग जाएगें प्रिय

आशा ओढ़े मन नयन अश्रु में भिगोए
तुम्हारी एक झलक को तड़पते प्रिय
भरे सावन में मन पतझर सा प्रिय
क्यूँ ना तुम लौट आओ मेरे सावन प्रिय,

©Kavitri mantasha sultanpuri #मेरे_सावन_प्रिय
#KavitriMantashaSultanpuri