हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, हजार ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, बस तुम्हें अपना ना बनाने का गम लिए फिरते हैं।। #hamariadhurikahani 😍😍😍