आज फेर मोहब्बत के बाजार लगिस समान बरोबर अपन आप ला अच्छा दिखाना होइस कोनो ला मिलिस नवा ठिकाका ता कोनो ला ककरो दिल ले जाना होइस माया के खातिर आऊ कतका मोर स्वाभिमान ला चोट लगाहू लड़का हरव ना इहि खातिर मोला मया मा बेवफा बताना होइस ©prem kumar ravat #SAD सीजी कविता