मन का दुष्चक्र "मन स्वभाव मे चंचल है, और उसे पूर्णता चाहिए |" आप कोई काम करते हो, तो ये कहता है भाई ! थोड़े देर नोजोतो पे पोस्ट डाल दो अब पोस्ट डालने मे लाइक और कमेंट देखने मे यहीं कोई बीस से पच्चीस मिनट लग गए.... फिर आपका मन कहेगा की थोड़ा पढ़ लो... जैसे ही अपने किताब उठाया फिर से कहेगा भाई तूने तो बीस मिनट गवा दिए इस लाइक और कमेंट के चक्कर मे अगर ये तेरे पास होता तो तू तो फाड़ देता कुछ अलग ही करामात कर देता... मन आपके प्रेजेंट से खेलता है और फ्यूचर के प्रेजेंट बनने के बाद आपको पास्ट की ओर धक्का देता है ©Sanu Pandey #bakchodi