तुम अगर सूरज की किरणों में छिपी तपिश हो, नदी बन उस तपिश में कहीं खोना मुझे पसंद है तुम अगर चांद से टपकता नूर हो, सितारा बन मुझे तुम्हारे नूर पर गुरूर है तुम अगर किसी पेड़ की सूकून की छांव हो, मुसाफिर की आस बन तुझसे मिलना मुझे पसंद है तुम अगर नीले गगन में बादलों की रानी हो, नन्हीं चिड़िया बन मुझे तुम्हारे अस्तित्व पर गुरूर है तुम अगर मेरे ख्यालो की दुनिया हो, अल्फाज बन तुम्हें कविता में उतरना मुझे पसंद है ©theforgingwords Some words are directly from heart I think they are one of them #nojotoofficial #nojototales #nojoto