सिर्फ तेरे लिए धड़कती मेरी धड़कन है, तेरे बिन क्या अजब ये खालीपन है ।। . जैसा चाँदनी का अम्बर में घुल जाना, बिल्कुल वैसा ही है मेरा तुझे देखकर पिघल जाना ।। नदी के किनारे बैठकर लिखते रहना बस मुझमे बाकी ये पागलपन है , सिर्फ तेरे लिए धड़कती मेरी धड़कन है, तेरे बिन क्या अजब ये खालीपन है ।। मेरा खालीपन