देव-गुरु की कृपा हुई उपधान तप का अवसर आया देख परिवार का माहौल, लाडली भुवी ने भी उत्साह दिखाया।। शुरुआती हर्श जब पुर्ण हुआ, चंचल मन का डगमगाना शुरू हुआ । गुरुवर की आशीश थी, कल्याण मित्रों का साथ मिला । लौट रहै थे जो कदम, फिर आराधना में स्थिर हुए ।। अढारया की धारना थी, उपधान भी संपूर्ण हुआ। हर्श से है झूम रहा परिवार सारा, आया मोक्ष माला का अवसर सुनेहरा ।। #उपधान