सजल ~~~~~ लिपटकर रोने के लिए एक कन्धा चाहिए कह सके जिसको अपना ऐसा बन्दा चाहिए बेरोजगारी ये बड़ी ही निष्ठुर होती है हो सके जिससे निबाह ऐसा धन्धा चाहिए सुनता रहे जो मन की बात थालियां बजाकर नहीं मुझको मूढ़ मति जैसा अन्धा चाहिए वायदे करने वाले बहुत आए बहुत गए निभाये जो वादे ऐसा अभिसंधा चाहिए लोकतंत्र में इलाज सरकारों का भी होता है मिटा दे जो मनमानी ऐसा फंदा चाहिए #glal #sajalpoerty #sajal #himdikavita #hindipoetry #hindipoet #yqbaba #yqdidi