तेरे इश्क का असर ना होता तो आज शायद हम बदले ना होते, किसी कोने पे जाके सिगरेट फुकते होते धुआं तेरे शहर की ओ गलियां हो जाती , जहां से तुम कभी गुजरे ना होते। कुछ हालात बदल डाले तो कुछ आदतों को तुम, कि मिटा डाले हमारे पुराने कुछ तस्वीरों को तुम । मैं चाह कर भी तुम्हें मना न कर पाया यह इश्क का असर ही तो है मैं तुम्हें खुद से जुदा ना कर पाया । हो सके तो मुझमे कुछ बुराई रहने देना ओ दोस्तों के बीच मुझे जिंदा रहने देना मैं तुम्हें भुला नहीं सकता यह मेरी कमजोरी है पर ओ दोस्तों को भुला भी नहीं सकता यह मेरी वफादारी है।। ©CHumman Sahu इश्क का असर ....... #Youme