" हम होंगे तेरे शहर में , मैं तुमको भुल जाऊंगा जो तुम्हें कुछ इल्म ना हुआ , अब ये मुहब्बत मैं कुछ खास और अज़ीज़ कर दुंगा , मैं तुमको मुहब्बत तो करुंगा मैं तुमको भुल जाऊंगा ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " हम होंगे तेरे शहर में , मैं तुमको भुल जाऊंगा जो तुम्हें कुछ इल्म ना हुआ , अब ये मुहब्बत मैं कुछ खास और अज़ीज़ कर दुंगा , मैं तुमको मुहब्बत तो करुंगा मैं तुमको भुल जाऊंगा ." --- रबिन्द्र राम