मैंने रूस का नाम तो सुना था पर यूक्रेन का नाम अभी सुना जब रूस और यूक्रेन के भेजी हो तो की स्थिति बनी पिछले कुछ दिनों में यह तो यूक्रेन का नाम हर आदमी की सुन रहा है जिस विश्व के नक्शे में यूक्रेन कहां है यह भी नहीं मालूम कुछ लोग रूस और यूक्रेन के युद्ध को ऐसे ले रहे हैं जैसे उनकी ही शहर की कुछ चौराहे पर यह हो युद्ध हो रहा है उससे सबसे ज्यादा प्रभावित रही है कुछ दिनों से दूध वाला बहुत पतला दूर ही दे रहा था कारण पूछा तो कहने लगा रूस यूक्रेन युद्ध का असर है उसे दूध की पतली जाए पत्नी ने जब बनाई तो पहला घूंट पीते ही पता चला कि मोहतरमा ने शक्कर ही नहीं डाली बड़ी हिम्मत करके उनकी गलती की तरफ ध्यान दिलाया तो कहने लगी वह रूस यूक्रेन में युद्ध की स्थिति बनी हुई है क्या कब क्या हो जाए कुछ नहीं जाना जा सकता और आपकी चाय में शक्कर की पड़ी है इतने में दरवाजे की घंटी बजी कामवाली बाई आई अंत ही आते उसने कहा कि उसके मर्द ने उसके कहीं भी काम पर जाने से मना किया है जब यूक्रेन में हालत ठीक नहीं हो जाते मैं काम पर नहीं आएगी मेरे मर्द ने भी अगले कई दिन का कोटा घर में भर लिया है कहीं युद्ध के चक्कर में दारू की दुकानें बंद ना हो जाए मैं युद्ध के प्रभाव से बचते हुए ऑफिस पहुंचा यह भी दर्द से कुछ अलग ही नहीं था अधिकारी वर्मा जी को देर से आने के लिए डांट रहे थे और वर्मा जी कह जा रहे थे कि रूस यूक्रेन में युद्ध के कारण सड़क पर बहुत भीड़ थी जाम में फंसने के कारण वे लेट हो गए कई सहकर्मी उनकी बात पर हंस रहे थे उधर का कुछ कर्मचारी ने अपना काम एक तरफ सिर का दिया था युद्ध के हालात ठीक होने पर ही काम करेंगे इतने में पत्नी का फोन आया कि शाम को जल्दी घर आ जाना घर में सामान भरकर रखना है ©Ek villain #यूक्रेन और रूस का युद्ध हमारे पड़ोसियों तक के घर पर असर #Holi