मेरे पैरों में जो लगी है मिट्टी लगी रहने दो। मेरा जो रिश्ता है धरती से। बना रहने दो। मनोज मुंतशिर।... मैं मिट्टी का हूं मिट्टी का ही रहने दो ,यारों। मैं भी एक दिन जलकर खाक हो जाऊंगा। मिट्टी का हूं दिलजले मिट्टी का हो जाऊंगा। जोशी दिलजले।... ©joshi joshi diljala Joshi Diljale Manoj muntashir #Books