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aanshidigitalpho2398
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joshi joshi diljala

Tujhe ruthne Ka hunar Aata Hai Mujhe manane ka

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joshi joshi diljala

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joshi joshi diljala

टुकड़े-टुकड़े होकर मिला है जिस्म तेरा बीटी।  
अब इसे तेरा प्यार कहूं या तेरे क़त्ल की साजिश। 
जोशी दिलजले।

©joshi joshi diljala #Childhood
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joshi joshi diljala

गुजरा है मुझे मुंतजीर मुसीबतें तमाम से।  
अब कट रही है जिंदगी बड़े ऐसो आराम से। 
दिलजले की कलम से।

©joshi joshi diljala #diary
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joshi joshi diljala

जब मेरा होकर मेरा दिल मेरे बारे में नहीं सोचता।
 तो मैं दूसरों को गलत कहूं तो कहूं कैसे दिलजले।

©joshi joshi diljala #Fire
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joshi joshi diljala

दुआ बनकर जो फल जाए व माई है। 
बाकी तो सारी दुनिया मुंतज़िर तभाई है। 
उसको दवा भी काम नहीं करती दिलजले। 
जिसके घर ना कोई माई है केवल जग हंसाई है।

©joshi joshi diljala #chains
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joshi joshi diljala

टपक रहे थे गम आंखों से दिलजले। 
और लोगों ने उन्हें रितेश आंसू कह दिया।

©joshi joshi diljala #lord_krishna
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joshi joshi diljala

आस मान नापने गए थे जो लोग अभी तक नहीं लौटे। 
🌹
जमीन पर ही रह गए जो लोगआसमां तक नहीं पहुंचे। 
🌹
वह मेरे हौसले को देखकर ही लौट गया राहसे,अपनी। 
🌹
मुंतज़िर हम खैरात की तरक्यों पर भरोसा नहीं करते ? 
💘
✍️

©joshi joshi diljala #FindingOneself
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joshi joshi diljala

×यूं तो हमारे देश में कई भाषाएं बोली जाती हैं×
पर जिसमें गुड मिला हो वह भाषा हिंदी कैलाई जाती है।

©joshi joshi diljala #Hindidiwas
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joshi joshi diljala

तुम हार गई मैं जीत गया
मेरा भारत अब किसी धृतराष्ट्र के हाथों में नहीं अब जाकर के वह युधिष्ठिर के हाथों में आया है कितने वर्षों के बाद में अपने भारत को हंसते हुए देख रहा हूं की।
आज किसी के हाथ में तीर तलवार नहीं सिर्फ केवल राष्ट्रीय ध्वज नजर आ रहा है।
इस दिन को देखने के लिए मेरी आंखें कब से तरस गई थी? अब कहीं जाकर मैं अपने पुरखों को यह कह सकूंगा की भारत अब सही और सुरक्षित हाथों में है अब उसे किसी दुर्योधन भय नहीं।
अब मुझे यह नश्वर शरीर छोड़ने में कोई आपत्ति नहीं केशव
 
अटल बिहारी वाजपेई जी के रूप में पितामह भीष्म
क्या यह मनोज मुंतशिर जी सही नहीं?
कृपया अपनी प्रक्रिया जरुर दें। 
आप का छोटा अनुज।
     प्रवेश जोशी।

©joshi joshi diljala Joshi_Joshi_Diljala

Joshi_Joshi_Diljala #शायरी

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तुम आज मनाते हो हम भी कल मनाएंगे। 
खुशी किसी की मोहताज नहीं होती मुंतज़िर।

©joshi joshi diljala Joshi_Joshi_Diljala

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