Bad Times ऐ वक़्त जहां तू ले आया मुझे वहां घुटन महसूस होती है जहां ले जाएगा वो वक़्त वो मंज़र ना जाने कैसा होगा सुकून पसंद या दर्द भरा ? ...सो इधर उधर भटकाने से बेहतर है तू मुझे वापस उसी वक़्त में छोड़ आ जहां मंज़र भी मेरी पसंद का था और मंज़र में रहने वाले भी,, कुमार ©kumar Abhishek Bhartiya #badtime