White ओशो का यह नया. मनुष्य ,'ज़ोरबा.दीं बुद्धा " एक ऐसा मनुष्य हैँ जो ज़ोरबा की भांति भौतिक जीवन का पूराआनंद मनाना जानता हैँ और जो गौतम बुद्ध की तरह मौन होकर ध्यान मे उतरनें मेभी. सक्षम हैँ और जो भौतिक व आद्यात्मिक दोनों तरह से समृद्ध हैँ ज़ोरबा दू बुद्धा एक समग्र व अविभाजित मनुष्य हैँ ओशो का ये नया मनुष्य भविष्य के लिए एक मात्र आशा हैँ और उसके बिना पृत्वी का कोई भविष्य शेष नहीं हैँ ©Parasram Arora ज़ोरबा दि बुद्धा ( osho)